मेडलिप्स के द्वारा हिमाचल के बच्चे बना रहे पहचान.. अर्की से मनोज शर्मा की रिपोर्ट

अर्की  दाड़लाघाट

अगर मन में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो कोई भी कार्य बखूबी किया जा सकता है।ऐसा ही कुछ करने की सोच के साथ उपमंडल के तीन युवा मेडलिप्स वीडियो के माध्यम से हिमाचली बोली को बढ़ावा दे रहे है।ग्राम पंचायत पारनु के गांव कनोह के रहने वाले राहुल शर्मा (राहुल85777),पंचायत दावटी के गांव दाती के रहने वाले नीतेश शर्मा (शर्मा73133) व लाधी गांव के कुनाल शर्मा (कुकुज़्ज़दागा) इन दिनों सोशल मीडिया पर छाए हुए है।फेसबुक पर इनकी पोस्ट पर काफी संख्या में व्यू मिल रहे है।इन तीनों युवाओं की मेडलिप्स वीडियो के माध्यम से फेसबुक और व्हाट्सएप व इंस्टाग्राम पर भी धूम मचा रहे है।
बता दे कि इन दिनों सोशल मीडिया पर मेडलिप्स वीडियो काफी धूम मचा रही है।शेयर होने के कुछ देर बाद ही वीडियो वायरल होने लगती है,जिसका नतीजा यह है कि मेडलिप्स वीडियो काफी संख्या में लोग देख चुके व देख रहे हैं।राहुल,नीतेश व कुनाल ने मेडलिप्स वीडियो के जरिए एक नया रिकॉर्ड कायम किया है,सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने विभिन्न वीडियो बनाकर पहाड़ी भाषा (लोकल भाषा) में रिकॉर्ड तोड़ दिया।हमेशा अलग तरह की लोकल भाषा मे मेडलिप्स के जरिये इन वीडियो को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है और लोग इसे वायरल भी कर रहे हैं।राहुल शर्मा व नीतेश शर्मा व कुनाल शर्मा की वीडियो काफी वायरल हो रही है।खासकर इन वीडियो में काफी कुछ सीखने के लिए लोगों के बीच एक आशा और धैर्य रखने का संदेश शेयर किया है,इनकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है।इन वीडियो में लोकल बोली का खूब पसंद किया जा रहा है।मेडलिप्स की आवाज के माध्यम से राहुल शर्मा व नीतेश शर्मा व कुनाल शर्मा ने वीडियो की खूबसूरती में चार चांद लगा दिये हैं।बता दे कि इन दिनों अर्की क्या,हिमाचल क्या साथ लगते पड़ोसी राज्यो में हिमाचली बोली ओर बाघल्याणि बोली के चर्चे सोशल मीडिया पर मशहूर हो रहे है और इस सबका श्रेय जाता है।मेडलिप्स के बादशाह गांव कनोह के राहुल शर्मा जिन्होंने मेडलिप्स पर सर्वप्रथम शुरुआत करके अपनी आवाज को हिमाचली भाषा मे पिरोकर पहाड़ी भाषा को अन्य जगह पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे है,वही उनके साथ नीतीश व कुनाल भी इस कार्य को बखूबी निभा रहे हैं।इन तीनों युवाओं का कहना है कि उन्हें लोगो को खुश करने में उनके दिल को खुशी मिलती है,वो प्रधानमंत्री तो कभी अमिताभ बच्चन की मिमकरी से लोगो की वाहवाही लूट लेते है।वहीं नीतीश पक्षियों की बोली निकालने में भी माहिर है,नीतेश व कुनाल का कहना है कि सोशल मीडिया से हम अपनी बोली को प्लेटफॉर्म पर रखकर लोगो से सीधा संवाद कर सकते है।उन्होंने पिछले कई मेडलिप्स को अपनी आवाज से पिरोकर उनमें जान भरकर लोगो का मन मोह लिया है जिस से लोगो का भरपूर मनोरंजन हो रहा है।राहुल शर्मा का कहना है कि ये एक मनोरंजन का साधन है जिससे चुट्कुले सभी को लोटपोट कर रहे है।उन्होंने कहा कि मेडलिप्स बनाना एक कला है।राहुल शर्मा का कहना है कि कोशिश रहती है कि अपनी बोली को प्रचलित करने के लिए वह एक पहल कर रहे है।राहुल,नितेश व कुनाल का कहना है कि सोशल मीडिया पर अपनी लोकल भाषा का प्रयोग करते हुए गांव के रहन-सहन सहित ग्रामीण परिवेश को लेकर वीडियो बनाकर लाखों दर्शकों को अपना मुरीद कर दिया है।आज जो प्यार हमे जनता द्वारा मिल रहा है उसके हम सदैव आभारी रहेंगे।उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर उनके बहुत फैन हैं।जो लगातार उनकी वीडियो को देखते हैं और पसंद करते हैं।साथ ही उन्होंने नशे की गर्त में फंस रहे युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश दिया है।
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