भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला शिमला ग्रामीण द्वारा चलाया गया रिशन रक्षाक अभियान विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता इस अभियान के तहत हर गांव में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे और इस महामारी के दौर में लोगों को जागरूक करके गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों से मिलकर उनको इस अभियान के साथ जोड़ कर, गांव के लोगों को जागरुक करने का कार्य करेगी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला शिमला ग्रामीण के जिला संयोजक अंकुश जिंटा का कहना है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमल ग्रामीण द्वारा चलाया गया यह अभियान जो कि 10 दिन तक चलाया जाएगा इसमें विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता गांव में जाकर गांव के पंचायत समिति के सदस्य जैसे प्रधान मेंबर से युथ क्लब और महिला मंडल को इस अभियान के साथ जोड़ कर इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे और लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरूक करेंगे। जिससे कि आने वाले समय में कोरोना की तीसरी लहर से बचा जा सके।
साथ ही साथ अंकुर जिंटा का यह भी कहना है कि विद्यार्थी परिषद छात्र संगठन होने के साथ-साथ अपने जन्म काल से ही सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर योगदान देता है। इस महामारी में भी विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने पूरे देश भर में 2020 से ही कोरोना वॉरियर्स के रूप में कार्य किया है और विद्यार्थी परिषद का यह भी प्रयास है कि आने वाले समय में जैसे की आशंका जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। इसीलिए इस अभियान को चलाया गया है जो कि जन जन के बीच जाकर उन्हें जागरूक करें।
इस अभियान के माध्यम से लोगों को इस बात के लिए जागरूक करना पड़ेगा कि जिस तरह से covid-19 की पहली लहर में हमने एकदम से गैदरिंग कर दी थी जिसके कारण जो कोरना कि चेन टूट गयी थी वो लोगों के एकदम साथ रहने फिर तेज़ि से फैलने लगा जिसके कारण हमें दूसरी लहर देखने को मिली और जिसमें कि पूरे देश भर में काफी क्षति हुई। इस कारण हमें जागरूक होना पड़ेगा। कर्फ्यू में जरूर प्रशासन और सरकार द्वारा ढील दी गई है परंतु हमें एकदम से ऐसे इकट्ठे ना हो, और यदि जरूरी ना हो तो कम से कम घर से बाहर निकले और साथ ही साथ गांव के लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करेंगे और जिनकी रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाई है, उनकी रजिस्ट्रेशन करने में भी सहायता करेंगे।
0 $type={blogger}:
Post a Comment