विद्या भारती के स्कूलों मे मुस्लिम, इसाई वर्ग के लगभग 80 हज़ार छात्र ले रहे शिक्षा !
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की योजना से देश भर मे जो विद्यालय संचालित किये जाते है उंमर दिन जाने वाली संस्कारी शिक्षा की प्रंशसा समय समय पर देश के प्रसिद्ध शिक्षाविदों समाजसेविओ ने की है जाती मत पंथ संप्रदाय के भावो से ऊपर उठकर देशभक्त ओर समाज के प्रतियोगिता समर्पण का भविष्य रखने वाली संस्कारक्षम पीढ़ी का निर्माण करने वाली संस्था विद्यालय भारती एक उद्धात व पावन लक्ष्य को लेकर कार्यरत है न्यूनतम शुल्क मे उच्गुणवतायुक्त शिक्षा के साथ साथ बालक बालिकाओं के सर्वांगीण विकास हेतु विद्यालय भारती कटिबद्ध है
संस्थान की योजना से चलने वाले सभी विद्यालय पंजीकृत लोकनयासो अथवा पंजीकृत समितियों द्वारा संचालित किये जाते हैजिनका प्रतिवर्ष नियमानुसार आर्थिक अंकक्षेकन (audit)करवाया जाता है तथा नियमानुसार समितियों का निर्वाचन होता हैसमाजी समरास्ता सर्वपंथ सम्मान तभी सभी विचारों का आदर व सम्मान इस पर विशष आग्रह व बल दिया जाता है
इन विद्यालय मे मुस्लिम्म व ईसाई वर्ग के लगभग 80, 000छात्र छात्राएं संस्कार ले रहे है जिन्होंने नाम केवल शैक्षिक दृष्टि से प्रविश्य सूची मे भी अपना व अपने परिवार व विद्यालय का नाम रोशन किया है
1- संघ सीधे टूर पर कोई स्कूल नहीं चलता है!
2- संघ के विचर व प्रेरणा से पुरे भारत वर्ष मे इस समय देश भर मे लगभग 25, 000स्कूल चल रहेगा है !
3- ये स्कूल मिलकर देश के सबसे बड़े निजी स्कूलों की चैन बनाते है !
4- प्रथम शिशु मंदिर की स्थापना सन 1952 मे हुई थी
5- भारतीयता व भारतीय जीवन मूल्यों की पूनर्स्थापना कर संस्कारयुक्त व राष्ट्रियता से ओत - प्रोत शिक्षण प्रणाली व शिक्षा
6- शारीरिक, आध्यात्मिक व मानसिक विकासकार्य शिक्षा
7- जीवन की वर्तमान चुनोतिओ का सामना करने मे सक्षम शिक्षा
8- वन मे रहने वाले , अभावग्रस्त बंधु बान्धवो के प्रति आत्मीयता व प्रेम प्रदान करने वाली शिक्षा देना |
0 $type={blogger}:
Post a Comment