आज 16 अप्रैल को SFI राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश ने अखिल भारतीय कमेटी के आह्वान पर जिला उपायुक्त कार्यलय शिमला के बाहर R.S.S की गुंडागर्दी व केरल में आरएसएस के द्वारा 15 साल के बच्चे की हत्या के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया । हम देखते है कि जब से RSS की स्थापना हुई है तब से RSS जाति ,धर्म औऱ संस्कृति के नाम पर लोगो को बांटती आई है। और सांप्रदायिक हिंसा तथा दंगे करवाती आई है। आज़ाद देश मे RSS कार्यकर्ता नाथू राम गोडसे ने देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की हत्या कर आरएसएस की सोच व हिंसक दृष्टिकोण जग जाहिर कर दिया था। लेकिन उसके बाद भी हम देखते है की भाजपा को सत्ता तक पहुंचाने के लिए आरएसएस ने लोगो की भावनाओ व आस्था का इस्तेमाल कर धर्म के नाम हिन्दू वोट बैंक की राजनीति की । इसी के चलते देश मे पिछले 7 साल के भाजपा कार्यकाल में आरएसएस व उसके सहयोगी तथाकथित हिन्दू संगठनों को धर्म के आधार पर हिंसा फैलाने व जबरन धर्म परिवर्तन करने का लाइसेंस मिल गया है।अगर देश मे कोई व्यक्ति या समूह आरएसएस की इस तुच्छ राजनीति की आलोचना करता है तो ऐसे लोगो की दिन दहाड़े हत्या की जाती है । त्रिपुरा में पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या कर्नाटक महाराष्ट्र में गौरी लंकेश , नरेन्द्र दाभोलकर MM कलबुर्गी व गोविंद पानसरे जैसे शिक्षा विदों की हत्या करना यही आरएसएस की संस्कृति व परम्परा रही है। ऐसी मानसिकता की हमारे देश मे कोई आवश्यकता नही है इसे सिरे से खारिज करने की जरूरत है और आरएसएस के इस हिंसावादी चेहरे को जनता के सामने लाने की आवश्यकता है।
14 अप्रैल की शाम हिन्दू नववर्ष पर केरल के अलपुझा जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में जब साथी अभिमन्यु स्वयंसेवक के रूप में कार्य कर रहे थे तो अचानक R. S. S के गुंडों के द्वारा झुंड में आकर इस महज 15 वर्षीय छात्र बर्बरता से चाकू के साथ पेट पर वार किया जाता है जिसमे इस छात्र ई सुबह मौत हो जाती है । इस घिनोने व बर्बर कृत्य के लिए SFI मांग करती है कि
1) साथी अभिमन्यु की हत्या के मामले की न्यायिक जांच हो।
2) देश मे हिंश व दहशत पैदा करने वाले RSS तथा इसके संगठनो पर शीघ्र प्रतिबंध लगाया जाए।
राज्य सचिव राज्य अध्यक्ष
अमित ठाकुर रमन थारटा
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