ऽ सरकार ने सेब पर मात्र एक रुपया बढ़ाकर बागवानों के साथ किया भद्दा मजाक-डाॅ. शाद


ऽ सरकार ने सेब पर मात्र एक रुपया बढ़ाकर बागवानों के साथ किया भद्दा मजाक-डाॅ. शाद
ऽ किसानों को चाहिए स्वामिनाथन आयोग की सिफारिशों पर न्युनतम समर्थन मूल्य-डाॅ तंवर
हिमाचल किसान सभा ने सरकार द्वारा सेब, आम व नींबू के दाम में की गई एक रुपये की वद्धि को किसान-बागवानों के साथ ठगी करार दिया। यहां हिमाचल किसान सभा के राज्याध्यक्ष डाॅ. कुलदीप सिंह तंवर, राज्य महासचिव डाॅ. ओंकार शाद तथा जिलाध्यक्ष शिमला सत्यवान पुण्डीर द्वारा जारी संयुक्त बयान के तहत सरकार की इस घेषणा को किसान-बागवानों के साथ ठगी बताया। ये कोई पहली मर्तबा नहीं है, जब सरकार ने किसानों को इस तरह से भ्रमित करने का प्रयास किया है। इससे पहले भी दूध के दाम को लेकर भी पिछले तीन-चार वर्षों से दुग्धउत्पादकों को भ्रमित कर रही है तथा मात्र एक या दो रुपये की वृद्धि करके किसानों को गुमराह किया है।
जिस समर्थन मल्य की बात मुख्यमंत्री जी कर रहे हैं वास्तव में यह मार्केट इंटरवेषन स्कीम ;डप्ैद्ध है जिसका अधिकतर लाभ मुख्यतः छोटे व मध्यम दर्जे के बागवानों के लिए होता है। इस स्कीम के तहत पहले ही सरकार की लापरवाही के चलते सालभर से बागवानों को की जाने वाली 15 करोड़ की राषि का भुगतान नहीं किया गया है। हिमाचल किसान सभा के राज्याध्यक्ष डाॅ. तंवर कहा कि कहां तो सरकार से उम्मीद थी कि किसानों को ऐसे संकट के समय में कोई राहत पैकेज दिया जाएगा लेकिन किसानों की अपने सालभर के खून-पसीने की कमाई की मेहनत भी सरकारी फाईलों में धूल खा रही है। डाॅ तंवर ने कहा कि प्रदेष के 2019-20 में कुल सेब उत्पादन 7.15 लाख मिट्रिक टन में से 61,117 हजार मिट्रिक टन सेब (33 हजार मिट्रिक टन जिसका मूल्य 26.5 करोड़ रुपये हिमफेड तथा 28 हजार मिट्रिक टन जिसका मूल्य 22.4 करोड़ है एचपीएमसी द्वारा) 8.5 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदा गया, जिसकी कुल राषि 48.9 करोड़ बैठती है। डाॅ तंवर ने कहा कि इस कुल राषि में से 15 करोड़ रुपये की राषि जो एचपीएमसी के स्तर पर 10 करोड़ रुपये तथा हिमफेड के स्तर पर 5 करोड़ रुपये बकाया है जिसे किसानों को दिया जाना बाकि है।
राज्य महासचिव डाॅ. ओकार शाद ने कहा कि एक ओर तो धोखधड़ी के चलते आढ़तियों की मनमानी से करोड़ो रुपयांे का पिछले कई सालों का भुगतान कई बागवानों को अभी तक नहीं किया गया है, ऊपर से सेब पर एम.आई.एस. के दाम को दुगना करने के बजाए केवल एक रुपये की वृद्धि को बागवानों के साथ भद्दा मजाक बताया है। किसान सभा लम्बे समय से इसे 8.5 रुपये से बढ़ाकर 16 रुपये करने की मांग कर रही थी। साथ ही सरकार द्वारा कार्टन तथा ट्रे के दामों में की गई भारी वृद्धि ने किसानों पर भयंकर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है, जिससे किसानों व बागवानों में जबरदस्त आक्रोष है।
जिलाध्यक्ष, शिमला सत्यवान पुण्डीर ने कहा कि वर्तमान भाजपा की मोदी नेतृत्व वाली सरकार ने तो सारी हदें पार कर दी जब 2015 में पहली बार चुनकर आने पर सर्वोच्च न्यायालय में एफेडेविट देकर अपना पल्ला झाड़ दिया। दूसरी बार सत्ता में आने के लिए चुनावों के दौरान आनन-फानन में घोषणा तो कर दी लेकिन स्वामिनाथन आयोग के मुताबिक न्युनतम समर्थन मूल्य नहीं दिया। और आज भी नहीं दिया जा रहा है, जिसके लिए देश का किसान पिछले सात महीनों से सड़क पर व्यापक आन्दोलन कर रहे हैं।
हिमाचल किसान सभा 20 जुलाई को खण्ड स्तर पर इसके खिलाफ आन्दोलन करेगी तथा सरकार के इस प्रकार के किसान-बागवान विरोधी रवैये का विरोध करेगी। साथ ही किसान सभा तमाम किसान-बागवानों से भी अपील करती है कि सरकार के इस प्रकार के ठगी एवं भ्रमित करने वाले निर्णयों का विरोध करे व किसान आन्दोलन में शामिल हों।

डाॅ कुलदीप सिंह तंवर डाॅ ओंकार शाद     सत्यवान पुण्डीर
राज्याध्यक्ष  राज्य महासचिव     जिलाध्यक्ष, शिमला
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