शिमला: आज के वक्त में अगर थोड़े पैसे देखकर लोगों का ईमान डगमगा जाता हैं।शिमला के संकट मोचन में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई तारीफ कर रहा है। दरअसल संकट मोचन में मुस्लिम व्यक्ति जिनका नाम गुलाम भट्ट है जो लोगों के घरों तक सिलेंडर पहुचाने का काम करते हैं उन्हें बीते दिन संकट मोचन के मोड़ पर किसी का पर्स गिरा हुआ मिला। उन्होंने इस पर्स को खुद खोलकर नही देखा बल्कि वन्ही एक दुकान पर जाकर दुकानदार के पास दिया और उसे चेक करने को कहा कि पता करो कि यह किसका है। दुकानदार ने जब पर्स खोलकर देखा तो उसमें 5 हजार से ज्यादा केश था। पर्स में उस व्यक्ति का नम्बर भी पता चल गया जिसका यह पर्स था। यह पैसों से भरा पर्स नेपाली मूल के व्यक्ति का था जो वन्ही मजदूरी का काम करता है। गुलाम ने उसे यह पर्स लौटाया और ईमानदारी की मिसाल हम सब के लिए पेश की है जहाँ लोग ईमानदारी को ताक पर रख कर पैसा इकठ्ठा करने में लगे हैं वहीं ऐसे ईमानदार लोग आज भी है।
Home / Uncategories / ईमानदारी जिंदा है शिमला में मजदूर ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, रुपयों से भरा पर्स लौटाया
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