उच्च शिक्षा के गिरते स्तर के लिए सरकार जिम्मेदार शिक्षक के अलावा HAS अधिकारी को कुलपति बनाना तर्कसंगत नहीं





*तकनीकी विश्वविद्यालय कुलसचिव को कुलपति का अतिरिक्त कार्यकभार कुलपति पद की गरिमा के खिलाफ*

*उच्च शिक्षा के गिरते स्तर के लिए सरकार जिम्मेदार  शिक्षक के अलावा  HAS अधिकारी को कुलपति बनाना तर्कसंगत नहीं*

हाल ही में हिमाचल प्रदेश तकनीकी विवि के कुलपति की नियुक्ति केंद्रीय विवि   में की गई है। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय में रिक्त पड़े कुलपति के पद पर सरकार द्वारा कुलसचिव को कुलपति के पद का अतिरिक्त कार्यभार दे दिया गया जो बिल्कुल भी  तर्कसंगत नहीं है। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलसचिव जो कि HAS अधिकारी हैं उन्हें कुलपति जैसे संवैधानिक पद पर अतिरिक्त कार्यभार देना प्रदेश सरकार के शिक्षा के प्रति नकारात्मक रवैए को दर्शाता है क्योंकि कुलपति जैसे पद पर कोई शिक्षक व शिक्षा क्षेत्र से जुड़ा हुआ व्यक्ति ही होना चाहिए। किसी भी विश्वविद्यालय के कुलपति का पद एक संवैधानिक पद होता है व कुलपति के पद के एक गरिमा होती है ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा   तकनीकी विश्वविद्यालय में जिस प्रकार से  कुलसचिव को कुलपति का अतिरिक्त भार सौंपा गया है यह कुलपति पद की गरिमा के खिलाफ है कुलपति पद की मर्यादाओं को ताक पर रखते हुए एक अपराजित कर्मचारी को कुलपति पद का अतिरिक्त कार्यभार सौंपने का फैसला अनुचित हैं व पद की मर्यादा के खिलाफ है

 अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रांत सह मंत्री सचिन लगवाल ने कहा की कुलपति के पद की मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए ही तकनीकी विवि के कुलपति  का कार्यभार किसी पात्र व्यक्ति को सौंपा जाए। इस तरीके से विवि के अंदर विवि की मर्यादाओं के साथ समझौता सहन नही  होगा यह छात्र समुदाय के साथ एक मजाक है जिसे सहन नही किया जाएगा तथा विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है कि  जल्द से जल्द स्थाई कुलपति की नियुक्ति तकनीकी विश्वविद्यालय में की जाए। आज हिमाचल प्रदेश में उच्चतर शिक्षा के स्तर के गिरने का सबसे बड़ा कारण प्रदेश सरकार की तानाशाही व शिक्षा के प्रति नकारात्मक रवैया है प्रदेश सरकार  होश संभाल कर फैसले ले व प्रदेश सरकार छात्रों को न्याय देने का कार्य करें ।

 अतः अभाविप  प्रदेश सरकार से यह मांग करती है हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय में एक स्थाई व पात्र व्यक्ति को कुलपति बनाया जाए। हिमाचल प्रदेश में लगातार गिरते हुए शिक्षा के स्तर के लिए प्रदेश सरकार उत्तरदाई है तथा जल्द से जल्द वर्तमान में की गई नियुक्ति को निरस्त करके स्थाई कुलपति हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय को मिले नहीं तो विद्यार्थी परिषद सरकार को यह चेतावनी देती है की छात्रों के साथ किए गए इस मजाक को सहन नहीं किया जाएगा और विद्यार्थी परिषद सड़कों पर उतरकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।


Share on Google Plus

About kotkhai09usa

0 $type={blogger}:

Post a Comment