आज दिनाक 6/8/2021 को एसएफआई संजौली इकाई द्वारा हिरोशिमा और संजौली कालेज कैंपस में हुए बर्बर लाठीचार्ज को लेकर विरोध प्रदर्शन किया



आज दिनाक 6/8/2021 को एसएफआई संजौली इकाई द्वारा हिरोशिमा और संजौली कालेज कैंपस में हुए बर्बर लाठीचार्ज को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।

आज एसएफआई संजौली इकाई द्वारा कैंपस में अमेरिका द्वारा हिरोशिमा पर किए गया अटैक और संजौली कालेज में छात्रों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज को लेकर काले बिल्ले और काली पट्टी लगा कर धरना प्रदर्शन किया गया।


ईकाई सचिव नीतीश ने कहा कि 6 अगस्त का दिन पूरी दुनिया के इतिहास में एक महान घटना से जुड़ा होने के साथ साथ  हिमाचल प्रदेश के जनवादी छात्र आंदोलन के इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। 
हम सभी जानते है 6 अगस्त 1945 को साम्राज्यवादी अमेरिका द्वारा जापान के तत्कालीन  बहुत ही प्रसिद्ध व विकसित शहर हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया गया था जिसमे लाखो लोगो की जाने गई थी व लाखो ही लोग शारिरिक रूप से अपंग हो गए थे। सयुंक्त राष्ट्र की एक जानकारी अनुसार  इस हमले में इस्तेमाल केमिकल इतने जहरीले थे कि आज भी जापान के इस क्षेत्र में नई पीढ़ी के लोगो मे इस केमिकल का असर देखा जा सकता है अधिकतर लोग पैदाइशी अपंग हो जाते है। यह मानवता पर एक बहुत बड़ा हमला था। अमेरिका आज भी  कमजोर व अल्पविकसित  देशों पर अपनी नीतियों को थोपने के लिए व उनपर व्यापारिक समझौते थोपने के लिए इसी नीति को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है । जिसको अंजाम देने के लिए अमेरिका द्वारा विभिन्न देशों के बीच या तो सैन्य गतिरोध पैदा किया जा रहा है या फिर सैन्य दबाव बनाकर  अपने साम्राज्य वादी एजेंडे को जबरन लागू करने का प्रयास किया जा रहा है । जिसका SFI पुरजोर विरोध करती है ।

दूसरी महत्वपूर्ण घटना हिमाचल प्रदेश के जनवादी छात्र आंदोलन से जुड़ी है ।आज से 3 दशक पहले 1988 में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के दौरान सरकार के द्वारा केंद्रीय छात्र संघ चुनाव पर प्रतिबंध लगाया गया था व महाविद्यालयों में भारी मात्रा में फीस बढ़ोतरी करने की कोशिश की गई थी जिसके खिलाफ SFI ने पूरे प्रदेश में एक विशाल छात्र आंदोलन खड़ा कर सरकार की नींद हराम कर दी थी ऐसे में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने बड़ी चालाकी से प्रदेश के एकमात्र उत्कृष्ट महाविद्यालय संजोली में छात्र संघ के चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से करवाने का फैसला लिया। जिसके खिलाफ SFI राज्य कमेटी ने विश्वविद्यालय व शिमला शहर के तमाम छात्रों को संगठित कर संजोली महाविद्यालय के बाहर विशाल प्रदर्शन किया इस प्रदर्शन को कुचलने के लिए प्रदेश सरकार के इशारों पर पुलिस द्वारा छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया। जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए तथा तत्कालीन  SFI राज्य नेतृत्व की टांगे व बाजुएं तक भी लाठीचार्ज में टूट गई थी  इस लाठीचार्ज के बाद छात्र आंदोलन रुका नही बल्कि ओर तेजी से पूरे प्रदेश में भड़क उठा जिसका नतीजा यह हुआ कि उसी वर्ष सरकार को छात्र संघ चुनाव को प्रत्यक्ष रूप से करवाने का फैसला लेना पड़ा। 

ईकाई अध्यक्ष साहिल ठाकुर ने कहा इन्ही दो महत्वपूर्ण घटनाओं को याद करते हुए आज  एसएफआई संजौली इकाई द्वारा काली पट्टी और काले बिल्ले लगा लगा कर धरना प्रदर्शन किया गया।साहिल ने कहा कि आज पूरे देश के अंदर साम्राज्यवादी ताकते अपना रुख कर रही है। इन साम्राज्यवादी ताकतो देश से निकल कर एक ऐसे समाज की स्थापना करेगे जिसमे सभी को एक समान जीने का अधिकार हो । साहिल ने कहा कि आज किसान आंदोलन को 8 महीने  हो चुके है और सरकार किसानों की बातो को सुन नहीं रही है और जो तीन बिल है उन्हे वापिस नही कर रही ।आज साफ दिखता है जो साम्राज्यवादी ताकते हैं वो किस तरह अपनी जड़े जमाए बैठे हैं । भगत सिंह ने भी इन साम्राज्यवादी ताकते का डटकर विरोध किया और आज हम इन ताकतो को देश से निकलकर अच्छे समाज का निर्माण करेगे।
धन्यवाद


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