प्रधानमंत्री का दौरा निराशाजनक दीक्षित भारद्वाज*


*प्रधानमंत्री का दौरा निराशाजनक दीक्षित भारद्वाज*
केंद्र सरकार के 8 साल पूरे होने पर पीएम मोदी राजधानी शिमला में पधारे थे। लेकिन पीएम मोदी के दौरे से प्रदेशवासियों को बड़ी उम्मीदें थी कि इस बार वे प्रदेश के लिए कुछ बड़ी घोषणाएं करेंगे। लेकिन पीएम के दौरे से प्रदेशवासियों को एक बार फिर झुनझुना मिला है।जिससे प्रदेश का हरेक नागरिक अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में सिर्फ वही रटी रटाई बातें कहीं आज तक कहते आए हैं।
पीएम मोदी के दौरे को लेकर ब्लॉक कांग्रेस जुब्बल नावर कोटखाई के सोशल मीडिया प्रभारी दीक्षित भारद्वाज ने मोदी की रैली को एक फ्लॉप और ड्रामा शो बताया है। दीक्षित भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश की जनता का करोड़ों रुपए खर्च कर पीएम मोदी के स्वागत के लिए जय राम ठाकुर ने भव्य कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई थी लेकिन पीएम मोदी ने करीब 2 घंटे तक चिकनी चुपड़ी बातें कर झुनझुना थमाया। उन्होंने कहा कि अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी सिर्फ केंद्र सरकार की योजनाओं का बखान करते रहे लेकिन हिमाचल की जनता की अनदेखी कर प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है।
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि हिमाचल की जनता को चुनावी साल में उनसे बहुत सारी उम्मीदें थी लेकिन वे पूर्व की तरह प्रदेश की अनदेखी कर एक बार फिर से वापस दिल्ली चले गए हैं। पीएम के दौरे से हिमाचल का हर एक नागरिक आज अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है ।
दीक्षित भारद्वाज ने कहा कि इससे पूर्व भी पीएम मोदी ने आज तक जो भी घोषणायें की है वे न तो धरातल पर उतर पाई है और न ही उस पर कोई काम शुरू हुआ है। सिर्फ जनता के पैसों की बर्बादी करने के लिए जयराम ठाकुर और अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए पैसों की फिजूलखर्ची कर रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि हिमाचल की जनता भलीभांति जान चुकी है कि पीएम मोदी सिर्फ सपने बेचते हैं लेकिन हकीकत में एक भी काम पूरा नहीं होता है।
उन्होंने जयराम सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पहले से ही 65 हजार करोड़ों रुपए के कर्ज में दबे प्रदेश में इस तरह के अनावश्यक पैसे खर्च कर ऐसे कार्यक्रम करने की क्या आवश्यकता पड़ गई। मुख्यमंत्री इस बात का जवाब दे। आखिर ऐसी क्या जरूरत पड़ गई थी कि केंद्र सरकार के 8 साल पूरे होने पर राजधानी शिमला में ही जश्न मनाया जाए। जिस पर करोड़ों रुपए खर्च करके लोगों की जेब पर बोझ डाला जाए और उसके बाद कार्यक्रम से प्रदेश वासियों को झुनझुना मिले।
दीक्षित भारद्वाज ने कहा है कि एक तरफ भाजपा सरकार अपने आपको सबका साथ सबका विकास वाली सरकार कहते हैं। तो दूसरी ओर पीएम मोदी की रैली के दौरान शहर वासियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। यहां तक की प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल के बाहर भी भाजपा सरकार ने बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाकर मरीजों को दुखी किया है। जो मरीज अस्पतालों में अपना उपचार करने के लिए आता है वह मजबूरन उस स्थिति में पीएम मोदी का भाषण सुन रहा है।अस्पताल में कोई मर रहा है तो वह उसके परिजन मोदी का भाषण सुन रहे हैं। जिससे वह आज खुद को कोस रहा होगा कि आखिर कैसे दिन आ गए हैं कि अस्पताल में उपचार करें या फिर पीएम मोदी का भाषण सुने। उन्होंने सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि जितना परेशान आज शहर की जनता को किया है उतना शायद ही किसी पीएम और सीएम ने किया हो जहां मरीजों के अस्पताल आने वाले सड़क रास्ते भी बदल दिए गए हों और पैदल चलने वालों से लेकर गाड़ियों में चलने वालों को भी जगह जगह रोका जा रहा है।आखिर आम जनता के लिए ऐसी कैसी सुरक्षा व्यवस्था थी जिससे आम जनता परेशान हुई है।
उन्होंने जयराम सरकार से पूछा कि आखिर इस 2 घंटे के ड्रामा शो के लिए सरकार ने कितना पैसा बहाया है इसका जवाब दिया जाए अन्यथा इस विधानसभा चुनाव में जनता खुद जवाब देगी।
*निवेदक*
    🙏 
*सोशल मीडिया कमेटी*
*जुब्बल नावर कोटखाई*
*दिनांक 31 मई, 2022*
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